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politics status | Political status Hindi | Politics Shayari and Status in Hindi | राजनीति स्टेटस इन हिंदी |

 Politics Shayari and Status in Hindi

राजनीतिक स्थिति देश या क्षेत्र के राजनीतिक माहौल को दर्शाती है। यह विभिन्न राजनीतिक घटनाओं, नीतियों, और नेताओं के संबंध में वर्तमान स्थिति को संक्षेप्त रूप में प्रकट करती है। राजनीतिक स्थिति नियंत्रण, समर्थन और विरोध के दायरे में होती है और लोगों के दिलों और मसीदों में सार्वजनिक चर्चाओं का विषय बनती है। इसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच संघर्ष, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारविमर्श और विधायिका व्यवस्था की भूमिका शामिल होती है। राजनीतिक स्थिति नियंत्रित और सकारात्मक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए उपयुक्त कदम उठाने और समस्याओं का समाधान करने की आवश्यकता होती है।


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1. राजनीति का खेल देखो, तमाशा न बन जाए,

   जनता की मजबूरियों से खेलते हैं जो वोट बन जाए।


2. सियासत में दिल दिए, हो गए पापी भगवान,

   जनता जानती नहीं, कहाँ खो गए उनके वादे अब यारों।


3. नेताओं की ताकत बढ़ती है, जनता की बहुत चिंता,

   सत्ता के लिए खेलते हैं वे, नेतृत्व के नाते लब काले।


4. चुनाव का समय आया, नेता छाप रखे हैं वादे,

   जनता समझ गई है अब, राजनीति के इन खिलवाड़ों के नक़्शे।


5. राजनीति में जनता को सिर्फ वोट बैंक समझा जाता है,

   वादे करके जनता के दिलों में समर्थन पा लिया जाता है।


6. नेता बदल जाएंगे, नीति बदल जाएगी,

   मगर राजनीति की धुंद में, जनता की समस्याएं सिर्फ बढ़ जाएंगी।


7. जनता की आँखों में वोट का ताज होता है,

   नेताओं को सत्ता का रंग, देखना जरूरी तो है।


8. चुनाव के दिन जब आएंगे, नेता चाँद सी लगेंगे,

   पर वादों की रौनक छुट जाएगी, जनता के दिल से जब दूर जाएंगे।


9. सियासत में जनता की जिंदगी बन जाती है बजार,

   नेता करते हैं वादे बड़े, पर साथी होते छोटे बड़े।


10. जनता की हालत देख, नेता हो जाएं सतर्क,

    सियासत के इन धुरंधरों से जनता को कराएं बचाव।


politics status | Political status Hindi |


1. राजनीति की दुनिया भरी है गम से,
   जनता की किस्मत बदले जो हक़ीक़त से।

2. राजनीति का खेल है ये खुदाई,
   इन्सान को ले जाता है जहाँ तक उचाई।

3. जनता के दिलों की आस पास,
   राजनीति के दांव-पेच हैं बस।

4. सियासत का रंग चढ़ता जाए,
   जनता के जज़्बात गरम होते जाएं।

5. वादे तमाम, नकारात्मकता अनेक,
   राजनीति में जीत या हार, जनता का वोत है असली चेहरे का परदा।

6. राजनीति का जुआ, जनता के साथ,
   होता है जितना वादा, उतनी है हार की संभावना।

7. नेताओं के दिल से निकली बातें,
   जनता के दिलों को छू जाती हैं।

8. राजनीति का खेल, है संघर्ष से भरा,
   जनता के लिए देना है सबकुछ तैयारी में धरा।

9. वोट बैंक की तरह जनता को देखते हैं,
   राजनीति के नेता, जनता को नज़रअंदाज़ कर जाते हैं।

10. राजनीति की धूप में जलते हैं सपने,
    जनता की आँखों में उम्मीद छलकते हैं।

11. सियासत की सफलता नहीं है सिर्फ ताकत से,
    जनता के साथियों के साथ उसकी मोहब्बत से।

12. वोट बैंक होते हैं हमारे सपने,
    जनता को चुनौती देते हैं नेताओं के दावे।

13. राजनीति की धूप में जल जाते हैं सपने,
    जनता की आँखों में भरते हैं अपने सपने।

14. सियासत के चक्रव्यूह में उलझे हैं हम,
    जनता के दर्द से भरे हैं ये क़लम।

15. जनता की आवाज़ सच्ची है सदैव,
    राजनीति के दलदल में भटक जाती है वो छवि।

16. राजनीति के सफर में हर क़दम अलग,
    जनता के दिल में रहे सिर्फ़ इमान और भरोसा अपार।

17. सियासत का रंग चढ़ता जाए,
    जनता के जज़्बात गरम होते जाएं।

18. वादे तमाम, नकारात्मकता अनेक,
    राजनीति में जीत या हार, जनता का वोत है असली चेहरे का परदा।

19. राजनीति का जुआ, जनता के साथ,
    होता है जितना वादा, उतनी है हार की संभावना।

20. नेताओं के दिल से निकली बातें,
    जनता के दिलों को छू

 जाती हैं।

21. राजनीति का खेल, है संघर्ष से भरा,
    जनता के लिए देना है सबकुछ तैयारी में धरा।

22. वोट बैंक की तरह जनता को देखते हैं,
    राजनीति के नेता, जनता को नज़रअंदाज़ कर जाते हैं।

23. राजनीति की धूप में जलते हैं सपने,
    जनता की आँखों में उम्मीद छलकते हैं।

24. सियासत की सफलता नहीं है सिर्फ ताकत से,
    जनता के साथियों के साथ उसकी मोहब्बत से।

25. वोट बैंक होते हैं हमारे सपने,
    जनता को चुनौती देते हैं नेताओं के दावे।

26. राजनीति की धूप में जल जाते हैं सपने,
    जनता की आँखों में भरते हैं अपने सपने।

27. सियासत के चक्रव्यूह में उलझे हैं हम,
    जनता के दर्द से भरे हैं ये क़लम।

28. जनता की आवाज़ सच्ची है सदैव,
    राजनीति के दलदल में भटक जाती है वो छवि।

29. राजनीति के सफर में हर क़दम अलग,
    जनता के दिल में रहे सिर्फ़ इमान और भरोसा अपार।

30. सियासत का मैदान जहाँ है संघर्ष बेहद,
    जनता के विश्वास की जितनी अहमियत, उतनी है महत्वपूर्ण सवालों का उत्तर।


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