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शानदार राजनीति शायरी | राजनीति से संबंधित मोटिवेट शायरी | politics shayari in hindi

शानदार राजनीति शायरी | राजनीति से संबंधित मोटिवेट शायरी | politics shayari in hindi 

सियासत हमेशा अपने रंग-ढंग बदलती रहती है,शायरों के अल्फ़ाज़ सियासी गलियारों की ओर तनी हुई होती है।यहां पेश हैं कुछ बदलती सियासत पर शायरों के अल्फ़ाज़:

politics shayari in hindi
politics shayari in hindi 



"बुलंदी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है,

बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी खतरे में रहती है।"

-मुनव्वर राणा


"कल सियासत में भी मोहब्बत थी,

अब मोहब्बत में भी सियासत है।"

-ख़्वाजा साजिद


"एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है,

तुम ने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना।"

-मुनव्वर राना


"काँटों से गुज़र जाता हूँ दामन को बचा कर,

फूलों की सियासत से मैं बेगाना नहीं हूँ।"

-शकील बदायुनी


"दिन एक सितम एक सितम रात करो हो,

वो दोस्त हो दुश्मन को भी तुम मात करो हो।"

-कलीम आजिज़


"औरों के ख़यालात की लेते हैं तलाशी,

और अपने गरेबान में झाँका नहीं जाता।"

-मुज़फ़्फ़र वारसी


"तूफ़ान में हो नाव तो कुछ सब्र भी आ जाए,

साहिल पे खड़े हो के तो ड


ूबा नहीं जाता।"

-मुज़फ़्फ़र वारसी


"इस बार हूँ दुश्मन की रसाई से बहुत दूर,

इस बार मगर ज़ख़्म लगाएगा कोई और।"

-आनिस मुईन


"मिरे जुनूँ का नतीजा ज़रूर निकलेगा,

इसी सियाह समुंदर से नूर निकलेगा।"

-अमीर क़ज़लबाश


"धुआँ जो कुछ घरों से उठ रहा है,

न पूरे शहर पर छाए तो कहना।"

-जावेद अख़्तर


"नए किरदार आते जा रहे हैं,

मगर नाटक पुराना चल रहा है।"

-राहत इंदौरी


"ये कैसी सियासत है मिरे मुल्क पे हावी,

इंसान को इंसाँ से जुदा देख रहा हूँ।"

-साबिर दत्त


"ये सियासत है कि लानत है सियासत पे 'सदा',

ख़ुद हैं मुजरिम बने क़ानून बनाने वाले।"

-सदा अम्बालवी


"लहू से खेलते हैं सब फ़रिश्ते,

सियासत फ़ातिहा पर चल रही है।"

-खुर्शीद अकबर


"बस इतनी आरज़ू है आज मेरी,

सियासत में तिरा हिस्सा हो भरपूर।"

-दिलावर फ़िगार


"बस्ती में तुम ख़ूब सियासत करते हो,

बस्ती की आवाज़ उठाओ तो


 जानें।"

-फ़ैज़ जौनपूरी


"तबाह कर दिया अहबाब को सियासत ने,

मगर मकान से झंडा नहीं उतरता है।"

-शकील जमाली


"उस को मज़हब कहो या सियासत कहो,

ख़ुद-कुशी का हुनर तुम सिखा तो चले।"

-कैफ़ी आज़मी


"मस्लहत कहिए उसे या कि सियासत कहिए,

चील कव्वों को भी शाहीन कहा है मैं ने।"

-राहत इंदौरी


"दुश्मन-ए-अम्न सियासत का सहारा ले कर,

शहर में घूमते हैं आग लगाने के लिए।"

-राकेश राही


यहां कुछ राजनीति से संबंधित मोटिवेशनल शायरी है जिसे आपके साथ साझा कर रहा हूँ:


राजनीति जीवन की मजबूरी है,
न सिर्फ़ वोट बल्कि आपकी तर्कशक्ति है।
सत्य का समर्थन करें, नकली की बजाए,
एक सच्चा नेता बनें, यही है आज की मंगलाचरण।


राजनीति वो शक्ति है, जो जनता को जोड़ती है,
समाज को समृद्ध कर, और बदलती है विचारधारा।

सार्थक नीतियों को पकड़ो, दुरुस्त बनाओ देश,
इस विकास के जीवनदाता बनो, इसी कामना के साथ।



राजनीति की जंग में सब समान हैं,
हर कोई महान बनने का अवसर पाने की है इच्छा।
जो सच के लिए लड़ेगा, उसी को मिलेगा सदा सम्मान,
अपने देश के लिए बनें वो नेता, जिसकी राष्ट्र भक्ति हो अद्वितीय।



राजनीति के पथ पर चलो, सच्चाई का दरिया पार करो,
जनता के साथ खड़े होकर, आपने कर्तव्य का निर्वहण करो।
स्वार्थ को छोड़कर, सेवा का भाव जीवन में जगाओ,
देश के साथ एक होकर, नये भारत का निर्माण करो।

उम्मीद है, ये शायरी आपको पसंद आएगी। यदि आपको और कुछ चाहिए हो या अगर आपके किसी और मुद्दे पर जानकारी चाहिए हो, तो कृपया बताएं। मैं आपकी सहायता के लिए यहाँ हूँ।

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